शिविर रिपोर्ट एक नजर मे 15-06-2022

श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ सूरत के तत्वाधान मे श्री जैन रत्न हितैषी युवक परिषद और श्री जैन रत्न हितैषी श्राविका मण्ड़ल सूरत के सयुंक्त प्रयास से श्री सोहनलाल नाहर स्वाध्याय भवन सूरत मे 22 मई से 29 मई तक 8 दिवसीय धार्मिक एंव नैतीक संस्कार शिविर का आयोजन किया गया जिसमे लगभग रोजाना 4 वर्ष से लेकर 22 वर्ष तक के 110 से 120 युवक युवतियो ने भाग लिया सर्व प्रथम शिविर मे भाग लेने के लिये सूरत के काफ़ी स्थलो पर बेनर लगाये गये ओर काफ़ी जगहो पर व्यक्तिगत सम्पर्क किया गया ओर व्हाट्सअप ग्रुप द्वारा भी शिविर मे भाग लेने के लिये अभिभावको से और बच्चो से सम्पर्क किया गया जिससे शिविर मे उपस्थिति बहुत ही अनुमोदनीय रही इस शिविर मे सूरत से श्री जैन रत्न हितैषी संघ,प्राज्ञ जैन संघ,जयमल्ल जैन संघ,उत्तर भारतीय जैन संघ,श्रमण संघ, समता संघ,ज्ञानगच्छ जैन संघ इसके अलावा कई जैन संघो के बच्चो ने और सूरत के कई उपनगरो से युवक युवतियो ने इस शिविर मे भाग लिया शिविर का समय सुबह मे 8.30 बजे से 11.00 बजे तक रखा गया था सर्व प्रथम सभी बच्चो को सुबह मे 8 बजे उनके निवास स्थान से वाहन द्वारा लाने और वापस 11 बजे ले जाने कि सुविधा प्रदान की गयी जिससे बच्च्चो को शिविर मे आने जाने कि लिये किसी भी तकलीफ़ का सामना नही करना पड़ा और उनकी आने जाने की व्यव्स्था बहुत ही सुविधा पुर्ण रही शिविर मे सभी बच्चो के आ जाने के बाद मे सभी बच्चो को एक साथ मे बिठाकर सर्व प्रथम एक प्रार्थना करवाना और संकल्प करवाना “मै जैन हु” इसके बाद मे लगभग 15 मिनट तक श्रीमान विपुलजी ढाबारिया द्वारा जीवन उपयोगी संस्कारो का सिंचन करवाया जाता था उसके बाद मे सभी बच्चो को उनकी क्लास मे भेजा जाता था,क्लास का वर्गीकरण उनके वर्तमान (सामायिक सूत्र और प्रतिक्रमण सूत्र) के आधार पर किया गया था और क्लास 1 से लेकर 6 तक का वर्गीकरण किया गया था सभी क्लासो मे 90 मिनट तक अध्ययन करवाया जाता था उसके बाद मे क्लास मे ही रोजाना सभी ब्च्चो से कुछ प्रशन उतर किये जाते थे और उसके बाद मे कभी जीवन निर्माण उपयोगी खेल के माध्यम से कभी प्रोजेक्टर के माध्यम से उनको जीवन निर्माण उपयोगी चित्रकला बताकर उनमे संस्कारो को सुढ्रड किये जाने का प्रयास किया जाता था जिससे वो बाहर जाकर जिन शासन कि सेवा कर सके ओर अपने जीवन को उन्नत बना सके सभी क्लासो मे युवक परिषद द्वारा और श्राविका मण्ड़ल द्वारा अध्ययन करवाया जाता था जिसमे श्रीमान विपुलजी ढाबरिया,श्रीमती शर्मिलाजी बाफ़ना,और श्रीमती रितुजी सुराणा का योगदान बहुत ही अनुमोदनीय रहा था क्लासो मे व्यवस्था संचालन का और वाहन सुविधा का युवक परिषद द्वारा बहुत ही सुंदर आयोजन किया गया था जिसमे मुख्यतया श्रीमान मनीषजी चोपड़ा और श्रीमान रोहीतजी बलाई का सहयोग बहुत ही अनुमोदनीय रहा था शिविर मे रोजाना सभी बच्चो को प्रोत्साहन पुरस्कार दिया जाता था और अध्ययन पुर्ण होने के बाद मे सभी बच्चो को वात्सल्यता से आसन पर बिठाकर भोजन करवाया जाता था और सभी बच्चो को भोजन करने से पहले नवकार मंत्र का स्मरण करवाया जाता था भोजन व्यवस्था मे रोजाना सभी बच्चो के स्वाद का पुर्ण ख्याल रखा जाता था और रोजाना बच्चो को एक एनर्जी पेय भी दिया जाता था , भोजन व्यवस्था मे श्रीमान किरणराजजी सोलंकी की सेवाये बहुत ही अनुमोदनीय रही थी शिविर के आखरी दिवस 29 मई रविवार को सभी बच्चो का सभी क्लासो की परिक्षा ली गयी थी और सभी क्लास से प्रथम दिव्तिय और तृतिय घोषीत किये गये थे शिविर के आखरी दिवस 29 मई रविवार को शिविर का समापन समारोह का आयोजन किया गया था जिसमे सभी बच्चो के अभीभावको को सादर आमन्त्रित किया गया था , समापन समारोह के मुख्य अतिथी श्रीमान पारसमलजी रांका थे शिविर के समापन समारोह मे सर्वप्रथम शिविर मे अध्ययन के क्षेत्र मे सेवा देने वाले सभी अध्यापको को मोमेन्टो और पुरस्कार से सम्मानित किया गया उसके बाद मे को सभी बच्चो को पुरस्कृत किया गया था उसके बाद मे सभी क्लासो से प्रथम दिव्तिय और तृतिय आने वाले सभी बच्चो को सम्मानित किया गया था और समारोह के अन्त मे सभी बच्चो को श्रीमान सूनीलजी नाहर द्वारा सम्बोधित किया गया और समारोह का समापन श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ सूरत के अध्यक्ष श्रीमान महावीरचन्दजी बाफ़ना के सम्बोधन से किया गया था श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ-सूरत

आत्म रंजन के साथ-साथ मनोरंजन 17-06-2022

जय गुरु हस्ती जय गुरु हीरा-मान जय गुरु महेन्द्र सादर जय जिनेन्द्र सा आप सभी रत्न परिवारो को सुचित करते हुये हर्ष हो रहा है कि पिछले दो वर्षो से कोरोना जेसी महामारी चल रही थी जिससे संघ का किसी भी तरह का कोई पारिवारीक स्नेह मिलन का प्रोग्राम और पुज्य गुरु भगवंतो के दर्शन वन्दन का भी सामुहिक प्रोग्राम नही बन पा रहा था । अभी पुज्य गूरु भगवंतो के परम आशिर्वाद से सभी तरफ़ वतावरण खुश नुमा है इसलिये संघ ने एक प्रोग्राम बनाया है “आत्म रंजन के साथ-साथ मनोरंजन” इस प्रोग्राम में 16 सितम्बर को सुरत से रवाना होकर रायचुर-गंगावती-कोयम्बटूर- ऊँटी-कन्नुर-नागपुर और वापस 26 सितम्बर को सुरत पहुचने का प्रोग्राम रहेगा । इस दरम्यान जीन महासतियो जी का दर्शन-वन्दन का लाभ मिलेगा वो विवरण निचे दिया गया है रायचुर (व्याख्यात्री महासती श्री इन्दूबालाजी म.सा) गंगावती (व्याख्यात्री महासती श्री इन्दूबालाजी म.सा की सहवर्तिनी सतियाजी) कोयम्बटूर (व्याख्यात्री महासती श्री नि:शल्यावतीजी म.सा) ऊँटी (व्याख्यात्री महासती श्री रुचिताजी म.सा) नागपुर (व्याख्यात्री महासती श्री चारित्रलताजी म.सा) कन्नुर (व्याख्यात्री महासती श्री विवेकप्रभाजी म.सा.) इस प्रोग्राम का पुरा विवरण ड़िटेल के साथ ग्रुप मे ड़ाल रहे है,आप सभी से निवेदन है की आप इस प्रोग्राम मे ज्यादा से ज्यादा और जल्दी से जल्दी अपना और अपने परिवारो का नाम लिखावे जिससे आगे की सभी व्यवस्था कि जा सके। इस प्रोग्राम मे नाम लिखाने की अन्तिम दिंनाक 19 जुन रविवार तक रखी गयी है उसके बाद मे नाम नही लिखा जायेगा इसलिये आप से निवेदन है की आप अपने नाम (सुनील गांधी-9974085013) और (सुशीलजी गोलेच्छा-9327152168) और (जितेन्द्र देवड़ा-9982232555) को लिखा देवे। इस प्रोग्राम मे नाम लिखाने के लिये एक फ़ोर्म बनाया गया है वो फ़ोर्म इस ग्रुप मे ड़ाल रहे है और फ़ोर्म आपको स्वाध्याय भवन के ओफ़ीस से भी मिल जायेगा आपको फ़ोर्म भरकर वापस रविवार तक जमा करवान होगा। इस प्रोग्राम के लिये एक व्यक्ति के लिये न्युनतम राशि 4100/- रुपया रखी गयी है वो राशी भी आप को इस फ़ोर्म के साथ मे जमा करवाना रहेगा और यदी किसी भी व्यक्ति को प्रोग्राम रद्द होता है तो कम से कम 3100/ रुपया केन्सीलेशन चार्ज काटा जायेगा । पुन: आप सभी से निवेदन है की आप अपना नाम जल्दी से जल्दी अवश्य लिखावे श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ-सूरत सुनील गांधी (महांमत्री)

18-06-2022

जय गुरु हस्ती जय गुरु हीरा-मान जय गुरु महेन्द्र सादर जय जिनेन्द्र सा आप सभी को सादर सुचित किया जाता है की श्री सोहनलाल नाहर स्वाध्याय भवन में परम पूज्य आचार्य भगवंत 1008 श्री रामलालजी म.सा. की आज्ञानुवर्तिनी महासतीयाजी शासन दीपिका श्री उज्ज्वलप्रभा जी म.सा आदि ठाणा-3 सुख-सात्ता पूर्वक विराजमान है और कल दिनांक 19-06-2022 को रविवार है और सामुहिक सामायिक दिवस भी है और कल स्वाध्याय भवन में प्रवचन सुबह में 9.15 से 10.30 बजे तक रहेगा आप सभी से निवेदन है की आप सभी प्रवचन में अवश्य पधारे और प्रवचन के पश्चात 10.30 बजे से आप सभी की भोजन की व्यवस्था संघ की भोजन शाला में रहेगी आप सभी भोजन लेकर पधारे । निवेदक श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ सूरत 18-06-2022

भाव चार्तुमास रिपोर्ट 2022

परम पूज्य आचार्य भगंवत 1008 श्री हीराचन्द्रजी म.सा.और परम श्रद्धेय भावी आचार्य श्री महेन्द्रमुनीजी म.सा. के आशिर्वाद से और उनकी असीम कृपा से सूरत संघ को जब से सूरत संघ में स्वाध्याय भवन का निर्माण सम्पन्न हुवा है तब से 2015 से लेकर 2021 तक पिछले 7 वर्षो से लगातार पुज्य साधुजी भगंवतो का और पुज्य महासतियाँ जी का चार्तुमास मिलता रहा है और सभी चार्तुमास दरम्यान सूरत संघ ने धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में उत्तरोतर प्रगति की है और उसी दिशा में अग्रसर है । इस वर्ष सूरत संघ को भागीरथ प्रयास के बावजुद भी चार्तुमास नहीं मिल सका लेकिन फ़िर भी सुरत संघ ने इस को एक अवसर के रुप में परिवर्तित किय़ा और सूरत संघ इस बार के चार्तुमास काल को भाव चार्तुमास के रुप में मनाने का निश्चय किया है सभी सदस्य यही भाव रखते है की पाट पर पुज्य आचार्य भगंवत विराजमान है और हमे अपना आत्म चिंतन करना है इसी कड़ी में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी चार्तुमास में होने वाले सभी धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यक्रमो को किर्यान्वित कर रहा है और सुबह में हमेशा की तरह ही प्रवचन का जो समय रहता है उसी समय पर सूरत संघ के सभी परिवार मिलकर स्वाध्याय भवन में सामुहिक सामायिक स्वाध्याय में उपस्तिथिया दर्ज करवा रहा है और सामायिक के प्रोग्राम के साथ साथ स्वाध्यायी श्रावक श्रीमान शांतीलालजी बाफ़ना द्वारा शास्त्र वांचन किया जाता है और उसका बहुत ही सरल रुप में हिन्दी में रुपान्तरण कर के बताया जाता है और श्रीमान विपुलजी ढाबरिया द्वारा 25 बोल और 5 समिति 3 गुप्ति का भी बहुत ही सरल रुप में अध्ययन करवाया जा रहा है और इसी के साथ साथ बोलने वाले श्रावक श्राविकाओं को भी मोका दे रहा है जिससे संघ में वक्ताओ का भी होशला बढ रहा है । सामुहिक सामायिक स्वाध्याय में उपस्थिति बहुत ही प्रमोद जनक है और निरन्तर प्रगति की और अग्रसर है और सांयकालीन प्रतीक्रमण भी निरन्तर गतिमान है और सूरत संघ हमेशा उत्तरोतर प्रगति के लिये प्रयास कर रहा है श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ सूरत सुनील गांधी (महामंत्री) 10-08-2022

सूरत संघ मे भाव चार्तुमास

सूरत संघ मे भाव चार्तुमास परम पूज्य आचार्य भगंवत 1008 श्री हीराचन्द्रजी म.सा.और परम श्रद्धेय भावी आचार्य श्री महेन्द्रमुनीजी म.सा. के आशिर्वाद से और उनकी असीम कृपा से सूरत संघ को जब से सूरत संघ में स्वाध्याय भवन का निर्माण सम्पन्न हुवा है तब से 2015 से लेकर 2021 तक पिछले 7 वर्षो मे 5 रत्नवंशीय चार्तुमास सूरत संघ को प्राप्त हुये सभी चार्तुमास दरम्यान सूरत संघ ने धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्र में उत्तरोतर प्रगति की है और उसी दिशा में अग्रसर है । इस वर्ष सूरत संघ को भागीरथ प्रयास के बावजुद भी चार्तुमास नहीं मिल सका लेकिन फ़िर भी सुरत संघ ने इस को एक अवसर के रुप में परिवर्तित किय़ा और सूरत संघ इस बार के चार्तुमास काल को भाव चार्तुमास के रुप में चार्तुमास की तरह ही सभी गतिविघियो के साथ चार्तुमास का शुभांरभ्भ किया । सूरत मे स्वाध्याय भवन से मात्र 200 मीटर की दुरी पर ही अन्य संप्रदाय का स्थानक स्थित है और वंहा पर महासती मंडल का चार्तुमास चल रहा है , एंव सुरत मे स्वाध्याय भवन के चार किलोमीटर के दायरे मे भी 3-3 चार्तुमास गतिमान है जंहा पर संत सती विराजमान है। पुर्व मे प्राप्त चार्तुमासो के प्रभाव से संघ सदस्यो की श्रदा-भक्ति मात्र पूज्य गुरुदेव के प्रति होने से भाव चार्तुमास का शुभांरभ्भ किया गया और यह समझा जाता है की पाट पर आचार्य श्री एंव भावी आचार्य श्री विराजमान है । प्रति चार्तुमासो की तरह प्रवचन को सामायिक स्वाध्याय का नाम दिया गया जिसका समय पुर्व चार्तुमासो के प्रवचन के समय का प्रात: 9 बजे से 10.15 का ही रखा गया । प्रवचन हाल मे प्रात: 9 बजे से 10.15 तक शुरुआत 25 सदस्यो से हुयी और निरंतर बढते-बढते हुये क्रमश: 35-41-51-70 से 103 तक सामायिक करने वालो की श्रावक-श्रावीकाओ की उपस्थिति दर्ज की गयी जो लगातार 80 से 100 के बीच प्रमोदजनक संख्या के साथ भाव चार्तुमास गतिमान है । सामायिक स्वाध्याय की शुरुआत सुबह मे 9 बजे प्राथना के साथ की जाती है ततपश्चात संघ श्रावक श्रीमान शांतीलालजी बाफ़ना द्वारा पूज्य आचार्य श्री एंव भावी आचार्य श्री के गुनगान के साथ उत्तराध्यन सूत्र की गाथा का वांचन किया जाता है और उसका बहुत ही सरल रुप में हिन्दी में रुपान्तरण कर के बताया जाता है और ततपश्चात श्रीमान विपुलजी ढाबरिया द्वारा 5 समिति 3 गुप्ति का भी बहुत ही सरल रुप में विवेचना की जा रही है और इसी के साथ साथ बोलने वाले श्रावक श्राविकाओं को भी मोका दे रहा है जिससे संघ में वक्ताओ का भी होशला बढ रहा है और सांयकालीन प्रतीक्रमण भी निरन्तर गतिमान है और सूरत संघ हमेशा उत्तरोतर प्रगति के लिये प्रयास कर रहा है श्री जैन रत्न हितैषी श्रावक संघ सूरत सुनील गांधी (महामंत्री)